TABLE OF CONTENT
1. श्रीकृष्ण का जन्मदिन 2 दिनों को क्यों मनाया जाता है ?
2. कृष्ण जी इतने प्रसिद्धक्यों हैं?
3. गुप्त संत , कृष्ण भक्त कहाँ मिलेंगे ?
4. भक्ति में ही शक्ति है
5. श्री कृष्ण जी की कृपा प्राप्त करने के लिए महामंत्र
1. श्री कृष्ण जी का जन्म 2 दिन क्यों मनाया जाता है ?
श्री कृष्ण जी का जन्म दिवस दो दिनों को मनाया जाता है या लोगों पर निर्भर करता है कि वह किस दिन मनाए ।ऐसे तो साधारण लोग इसको आज यानी 19 अगस्त 2022 को मनाते हैं लेकिन वैष्णव लोग जैसा कि माना जाता है होते हैं वह कल मनाएंगे यानी 20 अगस्त 2022 को प्रश्न उठता है कि ऐसा क्यों होता है ऐसा होने का एक कारण यह है कि यह लोगों पर डिपेंड करता है कि लोग कैसे हैं अर्थात वैष्णव लोग श्री कृष्ण जी के जन्म के बाद खुशी मनाते हैं और भक्त लोग जो पहले खुशी मनाते हैं कि आज श्री कृष्ण जी आने वाले हैं तो उनकी खुशी में ओ मनाते हैं और उनका ध्यान रखते हैं कि भाई अभी तो उनका जन्म होने वाला है तो उस खुशी में।फिर कृष्ण भगवान आएंगे तो साधारण लोग वैसे ही मतलब आमतौर पर लोग वैसे ही मनाते हैं।
2. कृष्ण जी इतने प्रसिद्ध क्यों हैं?
यही मुख्य कारण है उनके जन्मदिवस में अंतर होने का ख्याल चाहे जो भी हो कृष्ण जी के बारे में क्या कहा जाए? कृष्ण जी का जन्म दिवस है बडा मनोहर होता है और कृष्ण का अर्थ होता है कि ऐसा और चीज जो आपको अपनी ओर खीचे। ऐसी वस्तु जो आपको अपनी ओर सदा से खींच ले।एक बात और बता दूं कृष्ण जी जो है ,अनुभव सिद्ध होता है कि जो अपने बीच से एक बार उनको अपना भक्त मान लेता तो फिर वह खुद भटकने के बाद ही वहां से दूर नहीं जा सकता है ।
इसी संदर्भ में मुझे याद आता है कि सूरदासजी ने एक जो रचना की है उसमें लिखा हुआ है ,
मेरो मन अनत कहाँ सुख पावै।
जैसे उडी जहाज के पंछी, फिरि जहाज पर आवै।
कहने का मतलब यह है कि सूरदास जी जो कि अनन्य भक्त थे श्रीकृष्ण के वह कह रहे हैं कि मेरा मन कभी कहीं भी खुशी नहीं हो पाता है जैसे कोई पक्षी समुद्र में हो और वह जहाज पर बैठा हो और फिर उड़ जाता है लेकिन चारों तरफ से कुछ भी नहीं दिखलाई पड़ता तो फिर उसको जहाज के मस्तूल पर आना ही पड़ता है ।ठीक वैसे ही जब लोग कृष्ण की भक्ति से आसक्त हो जाते हैं जब उन पर निर्भर हो जाते हैं तो फिर कहीं भी जाने के बाद उनका मन नहीं लगता है और वह फिर वहीं पर आ जाते हैं और ऐसीकृष्ण की लीला भी होती है कि लोग बरबस ही उनकी ओर खिंचे चले आते हैं और ऐसा भी माना जाता है कि से कृष्णा जी की भक्त हैं ज्यादा धन वाले नहीं होते हैं क्योंकि धन ज्यादा होने से कई तरह के पाप होने लगते हैं और पाप होने से बचाने के लिए कृष्ण भगवान धन नहीं देते हैं।
3. गुप्त संत ,कृष्ण भक्त कहां मिलेंगे ?
आमलोगों की मान्यता है , मान्यता को क्या करें आस्था है, ऐसे अभी आप वृन्दावन मे जाएतो अगल बगल में बहुत सारे लोग हैं जो कृष्ण भक्ति में डूबे हुए आपको मिल जाएंगे। YouTube channel per vaise Kuchh bhakton Santon ka darshan ho jata hai
सच्ची बात तो यह है कि वहां पर बहुत से लोग अभी कृष्ण भगवान के अनन्य भक्त हैं जो दूसरे को दिखाना भी नहीं चाहते हैं। दिखना भी नहीं चाहते हैं ।
वैसे मैं आज तो मैं कुछ कह नहीं सकता किंतु इसलिए कह रहा हूं क्योंकि यूट्यूब चैनल के माध्यम से भी बहुत सारे लोगों को देखा जा सकता है। कृष्ण भक्तों को देखा जा सकता है ।
4. भक्ति में ही शक्ति है
भक्ति भावना ही होती है जिससे शक्ति आती है और दूसरी बात यह है कि बहुत सारे आईआईटी किए हुए लोग भक्त बनते हैं । खासकर इस्कॉन मंदिर में ऐसा देखा जाता है। इस्कॉन में बहुत सारे भक्त हैं जो देश ही नहीं विदेश में अपने मंदिरों को। बनाए हुए हैं और कृष्ण भक्ति में विदेशी लोग भी समाए है ।
5. श्री कृष्ण जी की कृपा प्राप्त करने का महामंत्र
हरे कृष्णा ,हरे कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण हरे, हरे ।
हरे राम, हरे राम, राम ,राम हरे , हरे ।।
ISCON के साधु संतों के द्वारा इसी महामंत्र का जाप किया जाता है । इस महामंत्र की महिमा अपार है, असीम है ।
Good
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